सारांश: हम सभी के जीवन में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हम सभी के लिए अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त करती है। एक शिक्षित व्यक्ति समाज में एक महान नागरिक बन सकता है। आधुनिक, विकसित और औद्योगिक दुनिया शिक्षा के पहियों पर चल रही है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, भारत भर के परिवारों में विकास का एक प्रमुख उत्प्रेरक है। NEP 2020 हमारे स्कूली शिक्षा प्रणाली में ढांचागत समर्थन के माध्यम से समावेशी शैक्षिक संरचना और समावेशी शैक्षिक संस्कृति को विकसित करने और सभी व्यक्तियों के लिए सम्मान, सहानुभूति, सहिष्णुता आदि जैसे मानवीय मूल्यों पर सामग्री को शामिल करते हुए पाठ्यक्रम में संगत परिवर्तन करने पर जोर देता है। NEP विशेष जरूरतों वाले बच्चों को शिक्षा के सभी स्तरों पर अन्य बच्चों को प्रदान की जाने वाली समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के महत्व को पहचानता है। यह नीति सुनिश्चित करती है कि विशेष जरूरतों वाला हर बच्चा सार्थक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का हकदार है। समावेशी शिक्षा शिक्षा के लिए एक नया दृष्टिकोण है जो पारंपरिक रूप से बहिष्कृत समूहों - विशेष रूप से विकलांग और गैर-विकलांग बच्चों और अल्पसंख्यक भाषा बोलने वाले बच्चों आदि के लिए एक ही छत के नीचे शिक्षा तक पहुंच पर जोर देता है। इसके लिए यह आवश्यक है कि स्कूल पाठ्यक्रम में ऐसी शिक्षण विधियों को शामिल करने का प्रयास करें।
मुख्य शब्द : राष्ट्रीय शिक्षा नीति, समावेशी शिक्षा, पाठयक्रम, शैक्षिक संरचना, ऐसी शिक्षण विधि |
डॉ. देश दीपक वर्मा (2025); समावेशी शिक्षा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: एक आवश्यकता अथवा अनिवार्यता, Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences, ISSN(o): 2581-6241, Volume – 8, Issue – 7., Pp. 100-104. Available on – https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/