Cover Page Volume: 5 | Issue: 10 | October : 2022 ⇒ | ||
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आर्थिक साक्षरता एवं इसके आयाम: मापन की एक समीक्षात्मक अध्ययन — धर्म बीर पटेल, डॉ पायल बनर्जी
PAPER ID: SS202210001 DOIs:10.2018/SS/202210001 |
1-5 | |
John Dewey’s Perspectives on Education: An Observation — M. Karunakar Reddy — M. Karunakar Reddy
PAPER ID: SS202210002 DOIs:10.2018/SS/202210002 |
6-9 | |
रोज़गार के परिप्रेक्ष्य में हिन्दी — डॉ. दिनेशकुमार उ. राठोड
PAPER ID: SS202210003 DOIs:10.2018/SS/202210003 |
10-12 | |
नाशिक जिल्ह्यातील ग्रामीण उच्च माध्यमिक शालेय विद्यार्थ्यांच्या व्यावसायिक जाणिवांचा त्यांच्या शैक्षणिक वातावरणाशी असलेल्या संबंधाचा अभ्यास. — डॉ. चव्हाण चेतन उत्तमराव, श्री. पिठे अर्जुन धोंडीराम.
PAPER ID: SS202210004 DOIs:10.2018/SS/202210004 |
13-25 | |
अकोल्यातील धम्मचक्र प्रवर्तन दिन — विनय दामोदर
PAPER ID: SS202210005 DOIs:10.2018/SS/202210005 |
26-31 | |
ਸਵੈ-ਅਨੁਭਵ ਦੀ ਪੇਸ਼ਕਾਰੀ : ਅੱਕ ਦਾ ਦੁੱਧ — ਜਗਸੀਰ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210006 DOIs:10.2018/SS/202210006 |
32-34 | |
ਬੁੱਢੀ ਹੋ ਚੁੱਕੀ ਜਗਿਆਸਾ ਤੇ ਖੁੰਢੇ ਹੋ ਚੁੱਕੇ ਪ੍ਰਤੱਖਣ ਦਾ ਸੰਤਾਪ ਭੋਗਦਾ ਦਲਿਤ ਵਰਗ (ਦਲਿਤ ਪਛਾਣ ਦੇ ਮਸਲੇ : ਛਾਂਗਿਆ ਰੁੱਖ) — ਜਗਸੀਰ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210007 DOIs:10.2018/SS/202210007 |
35-38 | |
ਓਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਗਾਸੋ ਦੇ ਨਾਵਲਾਂ ‘ਅੱਖਰ ਆਖਦੇ ਹਨ` ਤੇ ‘ਦਰਕਿਨਾਰ` ਵਿਚ ਸਭਿਆਚਾਰਕ ਚੇਤਨਾ — ਨਵਦੀਪ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210008 DOIs:10.2018/SS/202210008 |
39-42 | |
ਓਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਗਾਸੋ ਦੇ ਨਾਵਲਾਂ ਵਿੱਚ ਮਲਵਈ ਸੱਭਿਆਚਾਰ — ਨਵਦੀਪ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210009 DOIs:10.2018/SS/202210009 |
43-44 | |
ਔਰਤ ਦੀ ਹੋਂਦ ਅਤੇ ਹੋਣੀ ਦਾ ਕਠੋਰ ਯਥਾਰਥ (ਦੇਸ਼ ਵੰਡ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਨਾਟਕ ‘ਅੰਨੇ ਨਿਸ਼ਾਨਚੀ` ਦੇ ਪ੍ਰਸੰਗ ਵਿੱਚ) — ਵੀਰਪਾਲ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210010 DOIs:10.2018/SS/202210010 |
45-47 | |
ਕਾਰਪੋਰੇਟ ਵਰਗ ਨੂੰ ਦਿੱਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਜਮੀਨ ਕਾਰਨ ਸੰਘਣਾ ਹੋ ਰਿਹਾ ਖੇਤੀ ਸੰਕਟ (ਅਜਮੇਰ ਸਿੰਘ ਔਲਖ ਦੇ ਨਾਟਕ ‘ਐਇ ਕਿਵੇ ਖੋਹਲੋਗੇ ਜਮੀਨਾ ਸਾਡੀਆਂ?` ਦੇ ਪ੍ਰਸੰਗ ਵਿੱਚ) — ਵੀਰਪਾਲ ਕੌਰ
PAPER ID: SS202210011 DOIs:10.2018/SS/202210011 |
48-50 | |
मोबाइल कॉमर्स (एम-कॉमर्स) सेवा का व्यावसायिक परिप्रेक्ष्य में अध्ययन — हरीश जनागल
PAPER ID: SS202210011 DOIs:10.2018/SS/202210012 |
51-54 | |