30, October 2025

युवा और नशाखोरी- समस्या एवं चुनौतियाँ उत्तराखण्ड के सीमांत जनपदों के संदर्भ में

Author(s): Priyanka Singh

Authors Affiliations:

Assistant  professor, Education

Department  of Education, Uttarakhand Open University , Haldwani, Nainital

District-Nainital-263139

DOIs:10.2018/SS/202510003     |     Paper ID: SS202510003


Abstract
Keywords
Cite this Article/Paper as
References
उत्तराखंड राज्य के सीमांत जनपदों में युवाओं में बढ़ती नशाखोरी की समस्या एक गंभीर चुनौती बनकर उभरी है। यह शोध पत्र उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों विशेषकर पिथौरागढ़, चम्पावत, और ऊधमसिंह नगर जिलों में युवाओं के बीच नशीले पदार्थों एवं दवाओं के सेवन की वर्तमान स्थिति, कारण, प्रभाव और चुनौतियों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति राज्य में नशीली दवाओं के नियंत्रण के लिए एक बड़ी बाधा है। पिछले कुछ वर्षों से, राज्य के युवाओं, बच्चों और वयस्कों के बीच नशीली पदाथों और दवाओं के सेवन,व्यापार और नशीली दवाओं के दुरुपयोग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि राज्य के कुछ क्षेत्र इस खतरे से बुरी तरह प्रभावित हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी, स्थानीय उत्पादन,और कानून प्रवर्तन की चुनौतियाँ इस समस्या को और भी जटिल बना रही हैं।
युवा , सीमांत जनपद, पारंपरिक नशा, सिंथेटिक ड्रग्स,

Priyanka Singh (2025); युवा और नशाखोरी- समस्या एवं चुनौतियाँ उत्तराखण्ड के सीमांत जनपदों के संदर्भ में, Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences,      ISSN(o): 2581-6241,  Volume – 8,   Issue –  10,  Pp.17-21.        Available on –   https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/

  1. सेमवाल, जे., एट अल. (2025). “देहरादून जिले के उपनगरीय क्षेत्रों में किशोरों और युवाओं (10-24 वर्ष) के बीच मादक द्रव्यों का सेवन: व्यापकता और जोखिम मूल्यांकन।” जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर, खंड 14, संख्या 3, पृष्ठ 954-962।
  2. . जहीन, एन. रॉय, डी., सिन्हा, आर., एट अल. (2023). “देहरादून जिले के डी-एडिक्शन और पुनर्वास केंद्रों के इन-फैसिलिटी क्लाइंट्स के बीच मादक द्रव्य सेवन के महामारी विज्ञान संबंधी सहसंबंध: एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन।” क्यूरियस, खंड 15, पृष्ठ e428-26।
  3. सिंह, पी. और राठी, एच. (2020). “उत्तराखंड के गढ़वाल पहाड़ियों में एक शिक्षण अस्पताल में उपचार मांगने वाले मादक द्रव्य सेवन करने वाले व्यक्तियों की नैदानिक और सामाजिक-जनसांख्यिकीय प्रोफ़ाइल।” इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन मेडिकल साइंसेज।
  4. धवन, ए., पट्टनायक, आर.डी., चोपड़ा, ए., एट अल. (2016). “भारत में बच्चों और किशोरों के बीच इंजेक्शन ड्रग का उपयोग: अलार्म बेल बजाना।” *इंडियन जर्नल ऑफ साइकियाट्री, खंड 58, संख्या 4, पृष्ठ 387-393।
  5. सेठी, एन. (2025). “उत्तराखंड की सबसे बड़ी एक्स्टसी पकड़: मुख्य तस्कर गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में MDMA जब्त।” द न्यू इंडियन एक्सप्रेस, 16 जुलाई 2025।

 

  1. https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttarakhand/dehradun/dhami-aims-to-make- uttarakhand-drug-free-by-2025/article show/93214323.cms
  2. https://www.etvbharat.com/hi/!state/heroin-drug-smugglers-in-pithoragarh-half-dozen-people-arrested-in-6-months-uttarakhand-news-uts25082502697
  3. https://www.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-intoxication-harm-the-youths-career-in-uttarakhand-19348851.html
  4. https://www.youthkiawaaz.com/
  5. https://ncsl.niepa.ac.in/sla/module-2022-23/uttarakhand/module-4.pdf DEBATE: देवभूमि बना नशा तस्करों का नया ठिकाना, नशे की गिरफ्त में उत्तराखंड के युवा
  6. https://www.thehindu.com/news/national/uttarakhand/

Download Full Paper

Download PDF No. of Downloads:3 | No. of Views: 4