31, July 2025

मॉडल प्राथमिक विद्यालयों एवं प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापनरत अध्यापक एवं अध्यापिकाओं की संवेगात्मक बुद्धि का अध्ययन

Author(s): 1.हिमांशु शर्मा, 2.डॉ. प्रेम पाल सिंह

Authors Affiliations:

1शोधार्थी, बी.एड./एम.एड. विभाग, शिक्षा एवं सहबद्ध विज्ञान संकाय, एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली, भारत

2सहायक आचार्य, बी.एड./एम.एड. विभाग, शिक्षा एवं सहबद्ध विज्ञान संकाय, एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली, भारत

DOIs:10.2018/SS/202507023     |     Paper ID: SS202507023


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सारांश: वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य प्राथमिक विद्यालयों एवं माॉडल प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापनरत अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं की सांवेगिक बुद्धि का अध्ययन करना था। शोध में शिक्षकों से आंकड़े एकत्र करने के लिए वर्णनात्मक शोध उपागम की सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया गया। शोध के लिए उत्तर प्रदेश राज्य के बरेली जिले में स्थित प्राथमिक विद्यालयों एवं माॉडल प्राथमिक विद्यालयों में से पहले चरण में लाटरी विधि से जनसंख्या का 10 प्रतिशत प्राथमिक विद्यालय एवं 10 प्रतिशत माॉडल प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया। दूसरे चरण में इन्हीं चयनित विद्यालयों से कुल 452 शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं का चयन किया गया। शिक्षकों की संवेगात्मक बुद्धि से सम्बन्धित आंकड़ों के संकलन हेतु स्वनिर्मित एवं प्रमाणीकृत अध्यापक संवेगात्मक बुद्धि मापनी (TEIS) का प्रयोग किया गया। मापनी का विश्वनीयता गुणांक 0.83 पाया गया था। अध्ययन के परिणाम इस प्रकार हैं- 1. प्राथमिक विद्यालयों  के अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं की सांवेगिक बुद्धि में कोई सार्थक अन्तर नहीं था| 2. जबकि मॉडल प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों एवं प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों की सांवेगिक बुद्धि में सार्थक अन्तर पाया गया। 3. दोनों वर्ग के विद्यालयों की अध्यापिकाओं की सांवेगिक बुद्धि में कोई सार्थक अन्तर नहीं था। 4. मॉडल प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं की सांवेगिक बुद्धि में कोई सार्थक अन्तर नहीं था। 5. जबकि मॉडल प्राथमिक विद्यालयों के कुल अध्यापकों एवं प्राथमिक विद्यालयों के कुल अध्यापकों की सांवेगिक बुद्धि में सार्थक अन्तर पाया गया। सेवारत अध्यापकों एवं भावी अध्यापकों की संवेगात्मक बुद्धिमत्ता को बढ़ाने के लिए आत्म-जागरूकता अभ्यास, संवेगात्मक विनियमन तकनीकों का अभ्यास, सहानुभूति प्रशिक्षण प्रदान करना और व्यावसायिक विकास कार्यशालाओं में भागीदारी को प्रोत्साहित करना आदि गतिविधियों को शामिल किया जा सकता है।        
कुंजी शब्दः संवेगात्मक बुद्धि, मॉडल प्राथमिक विद्यालय, अध्यापक-अध्यापिका ।

हिमांशु शर्मा, डॉ. प्रेम पाल सिंह (2025); मॉडल प्राथमिक विद्यालयों एवं प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापनरत अध्यापक एवं अध्यापिकाओं की संवेगात्मक बुद्धि का अध्ययन, Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences,      ISSN(o): 2581-6241,  Volume – 8,   Issue –  7.,  Pp.139-150.        Available on –   https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/


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