चित्रा मुद्गल की 10 प्रतिनिधि कहानियों में निरूपित समाज
Author(s): डॉ. सुमन देवी
Authors Affiliations:
सहायक प्रोफेसर हिन्दी, राजकीय महाविद्यालय दूबलधन, झज्जर, हरियाणा
DOIs:10.2018/SS/202504011     |     Paper ID: SS202504011शोध सारांश: चित्रा मुद्गल आधुनिक कहानीकारों में से एक हैं। इनका साहित्य दलित, निम्न और शोषित वर्ग के प्रति सहानुभूति से भरा हुआ है। इनके पास सामाजिक अनुभव का विपुल भंडार है। इन्होंने निम्न वर्ग के समाज के बीच रहकर काम किया है।
इनकी पुस्तक '10 प्रतिनिधि कहानियां' में संकलित सभी कहानियां समाज की परत उघाड़ती चलती हैं। इस शोध का प्रमुख उद्देश्य उन्हीं परतों को समाज के सामने रखना है, व्यक्तियों के पारस्परिक संबंधों में नवीन तथ्यों एवं नियमों की खोज करना है। इस शोध कार्य में नवीन तथ्यों की खोज, प्राचीन तथ्यों की नवीन ढंग से विवेचना और वर्तमान सिद्धांतों की उपयुक्तता का परीक्षण करना है।
डॉ. सुमन देवी(2025); चित्रा मुद्गल की 10 प्रतिनिधि कहानियों में निरूपित समाज, Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences, ISSN(o): 2581-6241, Volume – 8, Issue – 4., Pp.63-68. Available on – https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/
1 डॉ. महेंद्र कुमार मिश्र, हिंदी विश्वकोश, भाग-5, पृष्ठ 1878
2 डॉ. संपूर्णानंद, समाजवाद, पृष्ठ-19
3 चित्रा मुद्गल, 10 प्रतिनिधि कहानियां, पृष्ठ- 20
4 वही, पृष्ठ- 21
5 वही, पृष्ठ- 68
6 वही, पृष्ठ- 37
7 वही, पृष्ठ-100
8 वही, पृष्ठ- 139
9 वही, पृष्ठ- 154
10 वही पृष्ठ- 168
![SHIKSHAN SANSHODHAN [ ISSN(O): 2581-6241 ] Peer-Reviewed, Referred, Indexed Research Journal.](https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/wp-content/uploads/SS-TITLE-HEADER.png)