25, April 2025

चित्रा मुद्‌गल की 10 प्रतिनिधि कहानियों में निरूपित समाज

Author(s): डॉ. सुमन देवी

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सहायक प्रोफेसर हिन्दी, राजकीय महावि‌द्यालय दूबलधन, झज्जर, हरियाणा

DOIs:10.2018/SS/202504011     |     Paper ID: SS202504011


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शोध सारांश: चित्रा मुद्गल आधुनिक कहानीकारों में से एक हैं। इनका साहित्य दलित, निम्न और शोषित वर्ग के प्रति सहानुभूति से भरा हुआ है। इनके पास सामाजिक अनुभव का विपुल भंडार है। इन्होंने निम्न वर्ग के समाज के बीच रहकर काम किया है।

इनकी पुस्तक '10 प्रतिनिधि कहानियां' में संकलित सभी कहानियां समाज की परत उघाड़ती चलती हैं। इस शोध का प्रमुख उ‌द्देश्य उन्हीं परतों को समाज के सामने रखना है, व्यक्तियों के पारस्परिक संबंधों में नवीन तथ्यों एवं नियमों की खोज करना है। इस शोध कार्य में नवीन तथ्यों की खोज, प्राचीन तथ्यों की नवीन ढंग से विवेचना और वर्तमान सिद्धांतों की उपयुक्तता का परीक्षण करना है।

बीज शब्दसमाज, मूल्य, संप्रदाय, जाति, मर्यादा, वर्ग भेद, मनःस्थिति, पीडा, आत्मसम्मान, संवेदना, मार्मिकता।

डॉ. सुमन देवी(2025);  चित्रा मुद्‌गल की 10 प्रतिनिधि कहानियों में निरूपित समाज, Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences,      ISSN(o): 2581-6241,  Volume – 8,   Issue –  4.,  Pp.63-68.        Available on –   https://shikshansanshodhan.researchculturesociety.org/

1 डॉ. महेंद्र कुमार मिश्र, हिंदी विश्वकोश, भाग-5, पृष्ठ 1878

2 डॉ. संपूर्णानंद, समाजवाद, पृष्ठ-19

3 चित्रा मुद्‌गल, 10 प्रतिनिधि कहानियां, पृष्ठ- 20

4 वही, पृष्ठ- 21

5 वही, पृष्ठ- 68

6 वही, पृष्ठ- 37

7 वही, पृष्ठ-100

8 वही, पृष्ठ- 139

9 वही, पृष्ठ- 154

10 वही पृष्ठ- 168


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